मनोज अबोध
क्या बताऊँ कि मेरे साथ वो क्या-क्या चाहे ..... वो न तितली न वो जुगनू न ही तारा चाहे........
Sunday, October 23, 2011
दीपावली शुभ हो
दीवाली शुभकामना, स्वीकारो श्रीमान ।।।
पथ प्रशस्त हों आपके, भरा रहे धन-धान ।।
सभी मित्रों को, सपरिवार, इष्टमित्रों, परिजनो सहित प्रकाश पर्व की मंगल कामनाएं ।।।।
Sunday, October 9, 2011
एक मुक्तक
आपने याद हमको किया, शुक्रिया ।
आपने हमको अपना कहा, शुक्रिया ।
कौन कब साथ देता है किसका यहां
आपने साथ इतना दिया, शुक्रिया ।
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