वसंत के इस मौसम में कभी गर्व से मुस्कुराते आम के पेड़ को देखिए, मंजरी से लदे महक रहे हैं---
अमराई में घुल रही, मधुमय मादक गंध ।
भंवरों को भाने लगा, यौवन का मकरन्द ।।
अमराई में घुल रही, मधुमय मादक गंध ।
भंवरों को भाने लगा, यौवन का मकरन्द ।।
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