Thursday, March 22, 2012

आज का मुक्‍तक......

नेह  का संकलन  प्रेम  है  ।
भावना का सृजन  प्रेम  है  ।
ब्‍याज में प्रेम दो याकि लो...
प्रेम का  मूलधन  प्रेम  है  ।

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