मेरी यादों का भुलाना, तुम्हारे बस में नहीं ।
या मुझे याद न आना, तुम्हारे बस में नहीं ।
यूँ ही धड़केगा सदा, सिर्फ तुम्हारी ख़ातिर..
दिल ये पागल ये दिवाना, तुम्हारे बस में नहीं ।
जीवन में सफलता का संघर्ष सकल शुभ हो ।
सद्कर्म साहित्य सृजन उत्कर्ष सकल शुभ हो ।
सुख समृद्धि यश वैभव पग चूमे सदा प्रियवर..
नूतन स्पर्श-भरा नववर्ष सकल शुभ हो ।।
भारतीय नववर्ष चैत्र प्रतिपदा विक्रम संवत् 2069 की हार्दिक शुभकामनाएं ।।
पिछले माह पश्चिम बंगाल जाना हुआ, देखा कि रेलवे का इन्फ्रास्ट़्रक्चर जितना बिहार और बंगाल में विकसित है, उतना उत्तर में, दिल्ली/उ0प्र0 की तरफ नहीं है । बहुत छोटे स्टेशन भी इधर के खासे बड़े स्टेशनों से बड़े, विकसित और सुविधासम्पन्न हैं, ये फोटो खड़गपुर और जलेश्वर के बीच के छोटे-से स्टेशन'बेलदा' का है, यहां उतर कर मुझे मिदनापुर जिले के सुदूर प्रकृति की गोद में बसे गांव- लालपुर के लिए बस लेनी थी, रेलवे स्टेशन ऐसा लगरहा था जैसे कि हापुड़ या रामपुर के भी नहीं ।
विश्व पुस्तक मेले में इग्नू सहित तमाम प्रमुख विश्वविद्यालीय पुस्तको के खास प्रकाशक' गुली बाबा प्रकाशन' की स्टाल पर एम0ए0पाठ्यक्रम के लिए मेरी पुस्तक ' उपभोक्ता अध्ययन' का लोकार्पण पर्यावरणविद् श्री विनय कंसल के द्वारा संपन्न हुआ । बीच में हैं- गुल्लीबाबा पब्लिकेशंस प्रा0लि0 के निदेशक श्री दिनेश वर्मा ---
इसबार बालेश्वर के वस्ता कस्बे में डॉ0 गिरि के घर के किचेन गार्डन और बगीचे में प्रकृति के साथ्ा खेलने का छोटा, लेकिन भरपूर मौका मिला, गार्डनिंग भी की और किसानी भी.....